नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के अवसर पर दिल्ली की रन फॉर यूनिटी को हरी झंडी दिखाई और वहां हजारों की संख्या में मौजूद लोगों को एकता की शपथ दिलाई। जिसके बाद सरदार पटेल स्टेडियम से रन फॉर यूनिटी दौड़ को रवाना किया गया।
इस मौके पर अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज सरदार पटेल की जयंती है तो वहीं, आज ही पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि भी है। उन्होंने कहा कि देश में नई पीढ़ी को सरदार वल्लभभाई पटेल से परिचित नहीं कराया गया है। मुझे खुशी है कि देश के युवा रन फॉर यूनिटी में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। लोगों ने सरदार पटेल के देश के प्रति योगदान को भुलाने की पूरी कोशिश की लेकिन देश का युवा उनका और देश के निर्माण में उनके योगदान का सम्मान करता है। पीएम मोदी ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा, लौह पुरुष वल्लभभाई पटेल ने देश के लिए जीवन खपा दिया। आजादी के बाद अपने कौशल-दृढ़शक्ति के द्वारा देश को न सिर्फ बड़ी मुश्किलों से बचाया, बल्कि सैकड़ों राजे-रजवाड़ों को भारत में मिलाया। ये सरदार साहब की दूरदृष्टि थी कि अंग्रेजों के मंसूबे को कामयाब नहीं होने दिया और देश को एक सूत्र में बांध दिया।' इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि, इतिहास के झरोखे से सरदार साहब के नाम को मिटाने का प्रयास हुआ या उनके नाम को छोटा करने की कोशिश की गई। कोई राजनीतिक दल उनके माहात्म्य को स्वीकार करे या न करे, लेकिन हमारी पीढ़ी उन्हें इतिहास से ओझल होने देने के लिए तैयार नहीं है।'
लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के मौके पर पीएम मोदी ने बताया कि एक बार पहले राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद ने कहा था- आज सोचने और बोलने के लिए हमें भारत नाम का देश उपलब्ध है, यह सरदार वल्लभभाई पटेल की स्टेट्समैनशिप और प्रशासन पर जबर्दस्त पकड़ के कारण हो पाया। ऐसा होने के बावजूद हम सरदार साहब को भूल बैठे हैं। राजेन्द्र बाबू ने सरदार साहब के भुला देने की पीड़ा व्यक्त की थी। आज राजेन्द्र बाबू की आत्मा जहां कहीं भी होगी, वो खुश हो रही होगी।
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