फ्री वैक्सीन लगवाने वालों को शिवराज के मंत्री का बेतुका बयान
बयान 'पीएम केयर फंड में जमा कराएं 500 रुपये'

मध्यप्रदेश की पर्यटन संस्कृति और आध्यात्म विभाग की मंत्री ऊषा ठाकुर अक्सर अपने बयानों से सुर्खियां बटोरती रहती हैं. इस बार उन्होंने वैक्सीन को लेकर विवादित बयान दिया है. देश में 18 साल तक के लोगों को केंद्र सरकार फ्री वैक्सीन लगवाने की घोषणा कर चुकी है और सभी को लग भी रही है. ऐसे में मंत्री ठाकुर ने इंदौर में कहा कि जिन लोगों ने कोरोना फ्री वैक्सीन के दोनो डोज लगवा लिए हैं, वे पीएम केयर्स फंड में 250 रुपए के हिसाब से दोनों डोज के 500 रुपए जमा कराने की सलाह दे रही हैं, उन्होंने कहा कोविड की विसंगतियों की वजह से सब व्यवस्थाएं प्रभावित हुईं हैं, उन्हें पटरी पर लाने के लिए पैसे की जरूरत है इसलिए मैं आप सबसे करबद्ध प्रार्थना करना चाहती हूं, कि दोनों डोज के 500 रुपए जमा कर दें.
मंत्री मैने भी इस अभियान की शुरूआत कर दी है. मेरा सभी से निवेदन है कि प्रभु ने जब हमे सक्षम और समर्थ बनाया है, तो हमारी भी जिम्मेदारी है कि जो वैक्सीन हमको फ्री लगी है. हम जानते भी हैं कि प्रति व्यक्ति एक डोज की कीमत 250 रुपए है यदि दोनों वैक्सीन हमें लग चुकी है तो लोग सक्षम और समर्थ हैं, वे 500 रुपए पीएम केयर फंड में अवश्य जमा करा दें. मंत्री ऊषा ठाकुर का बयान ऐसे समय में आया है, जब कांग्रेस और कई राज्यों की आपत्ति के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने कोरोना वैक्सीन की डोज राज्यों को मुफ्त में मुहैया करा कराने की बात कही है और आगे भी मुफ्त वैक्सीन लगाने की बात कही जा रही है. ऐसे में ऊषा ठाकुर का ये बयान एक बार फिर विवाद खड़ा करा सकता है.
पर्यटन व संस्कृति मंत्री और कट्टरवादी हिन्दू नेता ऊषा ठाकुर को अभी बुधवार को ही खंडवा और नीमच जिले का प्रभारी मंत्री बनाया गया है. उन्हें ऐसे समय में खंडवा की बागडोर दी गई है. जब खंडवा लोकसभा सीट पर उपचुनाव होने वाले हैं ये सीट बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रहे नंदकुमार सिंह चौहान के निधन के कारण खाली हुई है. वहां वोटरों को एक जुट करने की जिम्मेदारी भी ऊषा ठाकुर पर रहेगी, इंदौर की रहने वाली ऊषा ठाकुर का कहना है कि अभी हाल ही में खंडवा लोकसभा का उपचुनाव है. ये बहुत महात्वपूर्ण समय हैं, लोगों की भरपूर सेवा करेंगे. एक सकारात्मक माहौल बनाएंगे, सबका दिल जीतेंगे और प्रचंड मतों से चुनाव भी जीतेंगे.
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